Monday 27 April 2015

भाटो-भाटो छोल'कर
मूर्ति दी बणा'य।
'प्राण-प्रतिष्ठा' क़ार सूं
जीवन घाल्यो मांय।।
जीवन घाल्यो मांय
अ'र मंदिर दियो चिण'वाय।
मूर्ति देखै, मुर्ती सुनै,
मुर्ती करै अब न्याय।।
अधम मूरख बै ' डाक्दर '
ज़ो बरतै सकल उपाय।
"रमेश"प्राण-प्रतिष्ठा मन्त्र सूं ,
'किम' मरणासन्न न बच पाय??😉😉😜😜

भाटो=पत्थर  छोलकर=छीलकर,कुरेदकर
क़ार=कार्य घाल्यो= डालकर
माय=अन्दर  चिण'वाय=बनवा दिया  अधम मुरख= आधे मुर्ख
डाक्दर=डॉक्टर  बरतै =काम ले
किम=क्यों।